सुख आश्रय योजना के तहत विवाह खर्च उठाएगी सरकार
हिमाचल प्रदेश सरकार अब अनाथ बच्चों की शादी का खर्च भी वहन कर रही है। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत लाभार्थियों को विवाह के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसमें से 60 हजार रुपये एफडी में सुरक्षित रखे जाते हैं।
जिला शिमला में इस वित्तीय वर्ष में अब तक 5 बच्चों को यह सहायता प्रदान की जा चुकी है, जबकि प्रदेशभर में 227 लाभार्थी योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
जुब्बल के कोठी गांव की विभूति मस्ताना और शिमला ग्रामीण की पूजा ठाकुर को हाल ही में विवाह सहायता मिली। दोनों ने योजना को जीवन में सहारा और आत्मनिर्भरता देने वाला कदम बताया।
2023 में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत अनाथ, अर्ध-अनाथ, निराश्रित महिलाएं और वरिष्ठ नागरिकों को मासिक वित्तीय सहायता और शिक्षा, स्टार्टअप, घर निर्माण व विवाह के लिए सहयोग दिया जाता है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि यह राज्य की सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक योजनाओं में से एक है, जिसके तहत सरकार ऐसे बच्चों की पूरी जिम्मेदारी निभा रही है।


